विवाह वह खुब़सुरत जंगल हे जहॉ बहादूर शेरो का शिकार सुन्दर हिरणियॉ करती हे
"समुन्दर से कह दो, अपनी
लहरों को समेट के रखे,
ज़िन्दगी में तूफान लाने के
लिए, घरवाली ही काफी है....!!"
बीवियाँ मनमोहन सिंह बना देती है.
वरना पैदा तो सभी मोदी ही होते है
"समुन्दर से कह दो, अपनी
लहरों को समेट के रखे,
ज़िन्दगी में तूफान लाने के
लिए, घरवाली ही काफी है....!!"
बीवियाँ मनमोहन सिंह बना देती है.
वरना पैदा तो सभी मोदी ही होते है